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इंद्राणी के पर्यायवाची शब्द
इंद्राणी (Indrani)
इंद्राणी का हिन्दी मे अर्थ (Meaning of Indrani in Hindi)
इंद्राणी हिंदू धर्म में देवताओं के राजा इंद्र की पत्नी हैं। इन्हें देवियों में प्रमुख स्थान प्राप्त है।
इंद्राणी को हिंदू पौराणिक कथाओं में सौंदर्य और बुद्धिमत्ता का प्रतीक माना जाता है। यह नाम संस्कृत मूल के "इंद्र" (देवताओं के राजा) और "-आणी" (स्त्री प्रत्यय) से बना है।
इंद्राणी का वाक्य मे प्रयोग (Usage of Indrani)
इंद्राणी स्वर्ग की रानी हैं और इंद्रलोक की अधिष्ठात्री देवी हैं।
इंद्राणी का अंग्रेजी मे अर्थ (Meaning of Indrani in English)
Consort of Indra (Queen of Heaven)
इंद्राणी के पर्यायवाची शब्द (paryayvachi shabd of Indrani)
- शची
- पुलोमजा
- इंद्रप्रिया
- मघोनी
- सुन्दरी
- जयवाहिनी
- शक्राणी
इंद्राणी (Indrani) के पर्यायवाची
शची का हिन्दी मे अर्थ (Meaning of Shachi in Hindi)
"शच" धातु से बना है, जिसका अर्थ है "शक्ति देना" या "सत्य होना"।
इसीलिए शची को इंद्र की सहायक शक्ति माना जाता है। वेदों में शची को इंद्र की शक्ति और देवताओं की माता के रूप में वर्णित किया गया है।
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शची |
पुलोमजा का हिन्दी मे अर्थ (Meaning of Pulomaja in Hindi)
शची मूल रूप से दैत्य गुरु पुलोमा की पुत्री थीं, जिनका नाम पुलोमजा था। जब ऋषि दीर्घतमस ने भविष्यवाणी की कि पुलोमा की पुत्री का पति उसकी मृत्यु का कारण बनेगा, तो पुलोमा ने उसे त्याग दिया। बाद में, इंद्र ने पुलोमा का वध कर शची से विवाह किया।
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पुलोमाजा |
मघोनी का हिन्दी मे अर्थ (Meaning of Maghoni in Hindi)
कुछ ग्रंथों में वर्णित है कि शची का जन्म मघा नक्षत्र के प्रभाव में हुआ था। मघा नक्षत्र को शक्ति और राजसी गरिमा का प्रतीक माना जाता है, जो इंद्राणी के स्वरूप से मेल खाता है। इंद्र स्वयं मघा नक्षत्र के देवता (पितृदेव) से जुड़े हैं, इसलिए उनकी पत्नी को मघोनी कहा गया।
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मघोनी |
जयवाहिनी का हिन्दी मे अर्थ (Meaning of Jayvahini in Hindi)
संस्कृत मूल: "जय" (विजय) + "वाहिनी" (सेना या प्रवाह)। शाब्दिक अर्थ: "विजयी सेना" या "जीत की ओर अग्रसर करने वाली"। यह नाम इंद्राणी की विजयदायिनी शक्ति को दर्शाता है।
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जयवाहिनी |
शक्राणी" का हिन्दी मे अर्थ (Meaning of Shakrani in Hindi)
शक्र" इंद्र का एक नाम है, इसलिए "शक्राणी" का शाब्दिक अर्थ है "इंद्र की पत्नी"
इंद्राणी के नामों से जुड़े सवाल-जवाब (FAQ)
Q1. इंद्राणी को शची क्यों कहा जाता है?
"शची" नाम संस्कृत के "शच" धातु से बना है जिसका अर्थ है "शक्ति देना"। यह नाम इंद्राणी की इंद्र को शक्ति प्रदान करने की क्षमता को दर्शाता है। वेदों में शची को इंद्र की शक्ति और देवताओं की माता के रूप में वर्णित किया गया है।
Q2. पुलोमजा नाम का क्या महत्व है?
पुलोमजा नाम इंद्राणी के मूल नाम को दर्शाता है, क्योंकि वह दैत्य गुरु पुलोमा की पुत्री थीं। पौराणिक कथाओं के अनुसार, पुलोमा ने अपनी पुत्री को त्याग दिया था जब उसे पता चला कि उसका दामाद उसकी मृत्यु का कारण बनेगा। बाद में इंद्र ने पुलोमा का वध कर शची से विवाह किया।
Q3. मघोनी नाम क्यों प्रसिद्ध है?
मघोनी नाम इंद्राणी के मघा नक्षत्र के प्रभाव में जन्म लेने से जुड़ा है। मघा नक्षत्र शक्ति और राजसी गरिमा का प्रतीक है, जो इंद्राणी के स्वरूप से मेल खाता है। इंद्र स्वयं मघा नक्षत्र के देवता (पितृदेव) से जुड़े हैं।
Q4. इंद्राणी और शची में क्या अंतर है?
इंद्राणी और शची एक ही देवी के दो नाम हैं। "इंद्राणी" नाम उनके इंद्र की पत्नी होने को दर्शाता है, जबकि "शची" नाम उनकी शक्ति और सहायक भूमिका को प्रकट करता है। दोनों नामों से उनके विभिन्न गुणों का बोध होता है।
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